कटक: शनिवार को मकर संक्रांति के मौके पर कटक के सिंहनाथ मंदिर में दर्शन करने आये श्रद्धालुओं के बीच टी ब्रिच पर भगदड़ मच गई। भगदड़ में एक महिला समेत दो लोगों की मौत हो गई है। इसके अलावा करीब दर्जन भर से ज्यादा श्रद्धालू घायल हो गए हैं। भगदड़ में घायल होने वालों में सबसे अधिक महिलाएं और बच्चे हैं।
भगदड़ को देखते हुए इलाके में धारा 144 लगा दी गई है। घायलों को इलाज के लिए बांकी, बडंबा और कटक हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने भगदड़ को लेकर दुख जाहिर करते हुए मृतकों के लिए पांच लाख रुपये की सहायता राशि और घायलों के फ्री इलाज की घोषणा की है।
मकर संक्रांति के अवसर पर, टी ब्रिज पर हुई इस भगदड़ का कारण प्रशासनिक अदूरदर्शिता और लापरवाही बताया जा रहा है। मंदिर में दर्शन करने के लिए करीब डेढ़ लाख से अधिक दर्शनार्थी आए थे लेकिन दर्शनार्थियों की इस भारी भीड़ को नियंत्रित करने के लिए महज तीन प्लाटून पुलिस की ही तैनाती की गई थी, जो भीड़ को नियंत्रित करने में पूरी तरह विफल साबित हुई। भगदड़ का कारण दर्शन करने की जल्दबाजी में श्रद्धालुओं द्वारा की गई धक्कामुक्की को बताया जा रहा है।
उधर, कटक जिले के उपजिलाधीश हेमंत कुमार स्वाईं ने बताया है कि प्रशासन ने करीब पचास हजार श्रद्धालुओं के आने का आकलन किया था, जबकि डेढ़ लाख से अधिक श्रद्धालुओं के पहुंच जाने से व्यवस्था पूरी तरह से गड़बड़ा गई।
#WATCH | Odisha: One dead, nine injured after a stampede occurred during Makar Mela rush at Singhanath Temple in Baramba, Cuttack.
One dead while nine were injured in incident, three were referred to another hospital in Cuttack: Dr Ranjan Kumar Barik, Baramba hospital pic.twitter.com/t5FM7nkPKw
— ANI (@ANI) January 14, 2023
बता दें कि सिंहनाथ के रुप में भगवान शिव की पूजा की जाती है। मकर संक्रांति के दिन सिंहनाथ मंदिर के में हर साल मकर मेला भी लगता है। ऐसे में, भगवान सिंहनाथ का दर्शन करने समेत मेला देखने के लिए हर साल भारी भीड़ उमड़ती है।
सिंहनाथ मंदिर महानदी के बीच एक टापू में स्थित है। इस मंदिर तक पहुंचने के लिए एक टी ब्रिज बनाया गया है, जिसका 20 दिसंबर को मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने लोकार्पण किया था। करीब साढ़े चार किमी लंबे इस ब्रिज को ओडिशा का सबसे लंबा ब्रिज माना जाता है। यह ब्रिज कटक जिला के बांकी और बड़ंबा को जोड़ता है। इसी ब्रिज के बीच से एक संकरा ब्रिज महानदी के अंदर स्थित टापू के सिंहनाथ मंदिर तक जाता है।