कोलकाता: पश्चिम बंगाल के उत्तर दिनाजपुर जिले के कालियागंज में नाबालिग छात्र की मौत के बाद अभी तक हिंसा जारी है. पुलिस ने पूरे इलाके में धारा 144 लगाई हुई है. पिछले हफ्ते कालियागंज में नाबालिग लड़की का शव एक नहर में मिला था. परिजनों ने हत्या का शक जाहिर किया था. इसके बाद से कालियागंज के आसपास इलाके भीड़ आक्रोशित हो गई और आगजनी जैसी वारदात को अंजाम दिया. वहीं, अब इस इलाके में पुलिसकर्मियों को घर में बंद करके पिटाई का मामला सामने आया है.
प्रदर्शनकारियों ने 25 पुलिसकर्मियों को थाने के पास एक घर में बंद करके करीब 3 घंटे तक पीटा. बाद में गंभीर रूप से घायल पुलिसकर्मियों को थाने के विशेष बलों ने किसी तरह रेस्क्यू किया. मंगलवार की इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल रहा है.
घर में जबरदस्ती घुसे प्रदर्शनकारी
जिस घर में पुलिसकर्मियों की पिटाई हुई है. उस घर की मालकिन अनीता पाल ने बताया कि प्रदर्शनकारियों के हमले से बचने के लिए 20-25 पुलिसकर्मी उसके घर में घुस आए. पुलिसकर्मियों को घर में घुसता देश प्रदर्शनकारी जबरदस्ती अंदर आ गए. इसके बाद उन्होंने पुलिसकर्मियों को बुरी तरह पीटना शुरू कर दिया.
There is no concept of law and order in the Banana Republic of Bengal whatsoever. Police officers were allegedly held hostage & beaten up by angry mob in Kaliaganj. This is what jungle raj looks like!
pic.twitter.com/74lA1AyJu4— BALA (@erbmjha) April 26, 2023
कपड़े उतार कर की पुलिसकर्मियों की पिटाई
प्रदर्शनकारियों ने बड़ी बेरहमी से लाठी-डंडों और धारदार हथियारों से पुलिस पर हमला किया. उन्होंने पुलिसकर्मियों के कपड़े और जूते तक उतार दिए. इसके बाद उनकी पिटाई शुरू कर दी. पिटाई में कई पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हो गए.
प्रदर्शनकारियों ने घर में की लूटपाट
अनीता पाल ने बताया कि प्रदर्शनकारियों ने उनके घर जमकर तोड़फोड़ भी की. इसके साथ ही प्रदर्शनकारी घर से कीमती गहने और बेड व अलमारी के नीचे रखे रुपए भी ले गए. उपद्रवियों ने करीब तीन घंटे तक पुलिसकर्मियों को पीटा. इसके बाद पास के ही थाने के पुलिस बल ने आकर घायल पुलिसकर्मियों को छुड़ाया.
BJP ने की आरोपियों को जल्द गिरफ्तारी की मांग
इस पूरे मामले पर बीजेपी विधायक मनोज टिग्गा ने कहा कि लोगों का विश्वास अब मौजूदा सरकार से उठ गया है. इसलिए वे कानून अपने हाथ में ले रहे हैं. कालियागंज में जिस तरह से पुलिस की पिटाई हुई है. वह लोगों के गुस्से को दर्शाता है. उन्होंने कहा कि पुलिसकर्मियों के पीटे जाने का वह समर्थन नहीं करते हैं. यह घोर अपराध है. जिन्होंने भी ऐसा काम किया है. उन उपद्रवियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाना चाहिए.