दिल्ली: तिहाड़ जेल के हाई रिस्क सिक्योरिटी वार्ड में गत दो मई की सुबह कुख्यात गैंगस्टर सुनील उर्फ टिल्लू ताजपुरिया की बर्बर तरीके से हत्या करने वाले गोगी गिरोह के चारों शूटरों राजेश बवाना, योगेश टुंडा, दीपक तीतर और रियाज खान का स्पेशल सेल फेशियल मैपिंग करवाएगी।
फोरेंसिक साइंस लेबोरेटरी मैं चारों की फेशियल मैपिंग के जरिए पुलिस यह पता लगाएगी कि सीसीटीवी में नजर आ रहे चारों वही आरोपित है, जिन्होंने टिल्लू की सूआ से काफी देर तक वार कर हत्या की है। पुलिस इसलिए करना चाह रही है, ताकि कोर्ट में आरोपित मुकर नहीं पाए। इसलिए फोरेंसिक तरीके से सीसीटीवी की तस्वीरें और फिजिकल तौर पर आरोपितों के चेहरों की मैपिंग कराई जाएगी। इसकी रिपोर्ट दिल्ली पुलिस के लिए काफी महत्वपूर्ण साबित होगी। आरोप पत्र में इस तथ्य को रखा जाएगा।
किससे फोन पर बात कर रहे थे आरोपी?
टिल्लू हत्याकांड के पहले जेल स्टाफ ने करीब 7 फोन इन बदमाशों के पास से बरामद किए थे, जिन्हें स्पेशल सेल जल्द अपने कब्जे में लेकर कॉल की डिटेल्स खंगालेगी। इससे पता चलेगा कि हत्याकांड के पहले आरोपियों ने कहां-कहां फोन किया या उनके पास कहां- कहां से फोन आए।
स्पेशल सेल इस मामले में अब तक छह बदमाशों को गिरफ्तार कर चुकी है। पहले इन चारों को गिरफ्तार किया गया था। जांच के बाद पुलिस ने बृहस्पतिवार को जेल में बंद दो और कैदियों को गिरफ्तार किया, जिनका नाम विनोद और अताउर रहमान है।
विनोद पर आरोप है कि उसने हत्याकांड के दौरान चादर से न सिर्फ सीसीटीवी कैमरे को ढकने की कोशिश की, बल्कि आरोपितों को चादर के सहारे टिल्लू तक पहुंचाने में भी मदद की।
अताउर रहमान पर आरोप है कि उसने हत्याकांड के बाद चाकू छुपाने में मदद की थी। बृहस्पतिवार को स्पेशल सेल से विशेष आयुक्त एचजीएस धालीवाल खुद तिहाड़ पहुंचे और उन्होंने क्राइम सीन को रीक्रिएट किया।