माफिया अतीक अहमद के बंद कार्यालय के पास से पुलिस ने उसके दो समर्थकों को गिरफ्तार किया है। उनके पास से पुलिस को 7 देशी बम भी बरामद हुए. पकड़े गए दोनों पिता-पुत्र हैं और कबाड़ी का काम करते थे. वो अतीक के पुश्तैनी मकान के पास रहते हैं। दोनों अतीक अहमद और उसके परिवार के सर्मथक और मददगार भी बताए जाते हैं।
प्रयागराज की खुल्दाबाद थाने की पुलिस ने अतीक अहमद के जमींदोज हो चुके कार्यालय के पास से अनीस अख्तर कबाड़ी और उसके बेटे मोहम्मद रहमान को उस वक्त गिरफ्तार कर लिया जब वो माफिया के जमींदोज हो चुके कार्यालय के पीछे देशी बम छिपाने जा रहे थे. पुलिस की गिरफ़्त में आने के बाद उन्होंने पूछताछ में बताया कि उमेश पाल की हत्या के बाद अतीक अहमद के नजदीकी होने की वजह से अपनी सुरक्षा के लिए देशी बम घर में रखे थे। 9 अक्टूबर को अतीक के दोनों बेटों के बाल संरक्षण गृह से बाहर आने के बाद वो उसके साथ हटवा तक गए थे। इस दौरान रास्ते में उन्होंने जश्न मनाया था और आतिशबाजी करने में भी शामिल थे। साथ ही वो उस दिन ने दिन के वीडियो को भी सोशल मीडिया पर भड़काऊ कमेंट के साथ पोस्ट कर रहे थे। जल्द ही उन्हें पता चल गया कि उनकी जानकारी पुलिस तक भी पहुंच गयी है। इसके बाद उन्होंने घर में रखे हुए बम को कहीं बाहर छिपाने की योजना बनायी, ताकि उनपर शक न हो। उसी योजना को अंजाम देने के लिए वो दोनों 7 बमों को लेकर अतीक अहमद के कार्यालय के पीछे छिपाने जा रहे थे। तभी वो पुलिस के हत्थे चढ़ गए। प्रयागराज की खुल्दाबाद थाने की पुलिस को मुखबिर से जानकारी मिली कि अतीक का एक करीबी थैला लेकर उसके कार्यालय के आसपास चक्कर काट रहा है। इसके बाद पुलिस की टीम ने घेराबंदी की और माफिया के कार्यालय के पास मंडरा रहे अनीस और उसके बेटे को पकड़ लिया। जब पुलिस ने उनके बैग की तलाशी ली, तो उसमें 7 देशी बम बरामद हुए। पुलिस ने बमों को निष्क्रिय करवाने के साथ ही पिता-पुत्र को गिरफ्तार कर लिया। साथ ही पुलिस उनसे यह भी पता लगाने का प्रयास कर रही थी कि उनका अतीक अहमद के साथ किसी प्रकार के अपराध में या उसके अवैध कारोबार में किसी तरह की कोई साझेदारी या हिस्सेदारी तो नहीं ह। पुलिस ने दोनों को रविवार की रात में गिरफ्तार किया था इसके बाद उन्हें सोमवार को नैनी सेंट्रल जेल भेज दिया गया।