इस्लामाबाद. पाकिस्तान में ईशनिंदा के आरोप में एक व्यक्ति की भीड़ ने हत्या कर दी. प्राप्त जानकारी के मुताबिक पाकिस्तान के ननकाना साहिब में कथित ईशनिंदा के आरोप में एक व्यक्ति की मॉब लिंचिंग के बाद उसे जिंदा जला दिया. हैरान करने वाली बात यह है कि इस भीड़ ने पुलिस थाने पर हमला कर दिया और ईशनिंदा के आरोपी की हत्या कर दी. इस घटना के बाद ननकाना साहिब के डीएसपी, एसएचओ को निलंबित कर दिया गया.
पाकिस्तान में इससे पहले कुछ महीनों पहले इसी तरह की घटना सामने आई थी जब सियालकोट में कथित ईशनिंदा के आरोप में एक श्रीलंकाई मैनेजर के साथ बर्बरता कर उसे जिंदा जला दिया था. पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक शनिवार को सैकड़ों की भीड़ ने ननकाना साहिब के एक पुलिस थाने पर हमला बोल दिया.
पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक इस शख्स पर धार्मिक कागजों पर अपनी पूर्व पत्नी की तस्वीर चिपकाकर जादू-टोना करने के आरोप था. जिसके बाद उसे वारबर्टन पुलिस स्टेशन में रखा गया था.
भीड़ ने पुलिस हिरासत में लिए गए एक शख्स को पहले तो खूब पीटा और फिर उसे आग के हवाले कर दिया. सोशल मीडिया पर इस घटना के कई वीडियो वायरल हो रहे हैं जिसमें सैकड़ों लोग नारेबाजी करते हुए पुलिस स्टेशन में धावा बोलते दिख रहे हैं. घटना के एक वीडियो में पुलिस स्टेशन का गेट बंद दिख रहा है और लोग एक के ऊपर एक चढ़कर गेट के ऊपर की जगह से अंदर दाखिल हो रहे हैं. वीडियो में सिर्फ बड़े ही नहीं बल्कि बच्चे भी दिख रहे हैं.
Violent mob in district Nankana Sahib lynched a blasphemy victim to death. The man was held in a Warburton police station after allegations for doing witchcraft by pasting his ex-wife’s picture on religious papers. pic.twitter.com/OySRDNgTak
— Naila Inayat (@nailainayat) February 11, 2023
इस घटना पर संज्ञान लेते हुए पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने जांच के आदेश दिए हैं. प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि पुलिस ने हिंसक भीड़ को क्यों नहीं रोका? साथ ही प्रशासन को कानून का राज सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए गए हैं. प्रधानमंत्री ने कहा है कि जिम्मेदार अधिकारियों के लिए शांति और कानून व्यवस्था की बहाली पहली प्राथमिकता थी लेकिन ऐसा नहीं हुआ. साथ ही कहा गया कि किसी को भी कानून को प्रभावित किए जाने की इजाजत नहीं दी जानी चाहिए.