नेपाल के सुप्रीम कोर्ट ने फ्रेंच सीरियल किलर चार्ल्स शोभराज को रिहा करने का आदेश दिया है. उसे उम्र के आधार पर रिहा किया गया जा रहा है. सुप्रीम कोर्ट के प्रवक्ता बिमल पौडेल ने बताया कि शोभराज द्वारा जेल से रिहा होने के लिए याचिका दायर की गई थी, चूंकि वह निर्धारित अवधि से ज्यादा समय तक जेल में बंद था, तो उसी आधार पर जेल से रिहा करने का आदेश दिया गया है.
समाचार एजेंसी एएनआई ने बुधवार को यह जानकारी दी. चार्ल्स शोभराज 2 अमेरिकी पर्यटकों की हत्या के आरोप में 2003 से नेपाली जेल में कैद है. अदालत ने रिहाई के 15 दिनों के भीतर उनके निर्वासन का भी आदेश दिया है. 70 के दशक में चार्ल्स पर भारत, थाईलैंड, तुर्की और ईरान में 20 से ज्यादा लोगों की हत्या के आरोप लगे. चार्ल्स को हिप्पियों से सख्त नफरत थी और वे अपने लुक्स और पर्सनेलिटी के चलते काफी सुर्खियों में रहा. बताया जाता है कि 70 के दशक में चार्ल्स ने साउथ-ईस्ट एशिया में 12 पर्यटकों को मौत के घाट उतारा था. इनकी मौत पानी में डूबने से, गला घोंटकरचाकू से या जिंदा जलाने की वजह से हुई थी.
वियतनामी मां और भारतीय पिता की संतान चार्ल्स शोभराज पर 1975 में जाली पासपोर्ट के जरिए नेपाल में दाखिल होने और अमेरिकी नागरिक कोनी जो बोरोनजिक (29) और उनकी दोस्त कनाडा की नागरिक लौरेंट केरियर (26) की हत्या का आरोप है. शोभराज नेपाल में एक कैसीनो के बाहर देखा गया था जिसके बाद एक सितंबर 2003 को एक अखबार में उसकी तस्वीर प्रकाशित हुई थी. गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने 1975 में काठमांडू और भक्तपुर में एक जोड़े की हत्या के आरोप में शोभराज के खिलाफ हत्या के दो अलग-अलग मामले दर्ज किए. शोभराज काठमांडू की केंद्रीय जेल में 21 साल की सजा काट रहा है.