दिसपुर: असम के मोरीगांव जिले में स्थित एक कब्रिस्तान कमेटी ने एक हैरान कर देने वाला फैसला लिया है. जानकारी के अनुसार नशीली दवाओं के खतरे से निपटने के लिए कमेटी ने फैसला लिया है कि उन लोगों के अंतिम संस्कार में भाग लेने और अनुमति नहीं देने का फैसला किया है, जो ड्रग्स के सेवन के कारण मारे गए थे या अवैध ड्रग्स के व्यापार में शामिल थे. समिति के अध्यक्ष महबूब मुख्तार ने कहा कि लोगों को नशे के खतरे से अवगत कराने के लिए यह निर्णय लिया गया है.
उन्होंने आगे कहा कि हम उन लोगों के शरीर को कब्रिस्तान में दफनाने की अनुमति नहीं देंगे,जिनकी मौत नशीला पर्दाथ के सेवन करने से हुई है या वो नशा करते थे.नशा का धंधे करने वालों के लिए भी यही निर्णय लिया गया है. मुख्तार ने कहा कि हमनें यह निर्णय बहुत सोच समझ कर लिया है. क्योकि हमरे इलाके के कई युवा नशे का बिजनेस कर रहे है.और कई बच्चों को नशे की बुरी लत गई है.
1,430 करोड़ रुपये के नशीले पदार्थों को किया जब्त
रिपोर्ट्स के मुताबिक, हाल ही में कब्रिस्तान कमेटी की बैठक के दौरान यह फैसला लिया है.वहीं कब्रिस्तान कमेटी के इस फैसले पर असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि पिछले दो वर्षों में, राज्य सरकार ने ड्रग्स के खिलाफ सबसे प्रभावशाली युद्ध छेड़ा है,और अब तक कुल 9,309 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और 1,430 करोड़ रुपये के नशीले पदार्थों को जब्त किया गया है. साथ ही 420 एकड़ की भांग और अफीम की खेती को भी नष्ट कर दिया गया है. आगे भी इस तरह के मामले आने पर सख्त कारवाई की जाएगी.