ओडिशा: डीआरडीओ और भारतीय नौसेना ने 21 अप्रैल को बंगाल की खाड़ी में ओडिशा के तट से समुद्र-आधारित एंडो-एटमोस्फेरिक इंटरसेप्टर मिसाइल (Endo-Atmospheric Interceptor Missile) का पहला उड़ान परीक्षण सफलतापूर्वक किया है। इस परीक्षण का उद्देश्य शत्रुतापूर्ण बैलिस्टिक मिसाइल खतरे को शामिल करना था। एंडो-वायुमंडलीय इंटरसेप्टर मिसाइल के परीक्षण के साथ ही भारतीय नौसेना बैलिस्टिक मिसाइल डिफेंस सिस्टम (BMD) क्षमता वाले देशों की सूची में शामिल हो गई है।
भूमी आधारित BMD प्रणाली का सफलतापूर्वक किया प्रदर्शन
मालूम हो कि इससे पहले डीआरडीओ ने शत्रुओं से होने वाले बैलिस्टिक मिसाइल खतरों को बेअसर करने की क्षमता के साथ भूमी आधारित बैलिस्टिक मिसाइल डिफेंस सिस्टम प्रणाली का सफलतापूर्वक प्रदर्शन किया।
DRDO and Indian Navy successfully conducted a maiden flight trial of a sea-based endo-atmospheric interceptor missile off the coast of Odisha in Bay of Bengal on April 21. The purpose of the trial was to engage and neutralize a hostile ballistic missile threat thereby elevating… pic.twitter.com/FXK2kRuPVN
— ANI (@ANI) April 22, 2023
मालूम हो कि इससे पहले भारतीय नौसेना ने ब्रह्मोस सुपरसोनिक मिसाइल के युद्धपोत संस्करण का अरब सागर में सफल परीक्षण किया था। इस मिसाइल में स्वदेशी सीकर एंड बूस्टर लगा है। इस दौरान एक वरिष्ठ सैन्य अधिकारी ने बताया था कि मिसाइल में लगे स्वदेशी सीकर एंड बूस्टर को रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) ने विकसित किया है और यह रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की दिशा में हमारी प्रतिबद्धता को मजबूत करता है।