साल 2023 के लिए राष्ट्रपति ने 3 युगल मामलों सहित 106 पद्म पुरस्कारों की सूची को मंजूरी दे दी है. इस लिस्ट में 6 पद्म विभूषण, 9 पद्म भूषण और 91 पद्म श्री शामिल हैं. इस बार 19 पुरस्कार विजेता महिलाएं हैं और सूची में विदेशियों/एनआरआई/पीआईओ/ओसीआई की श्रेणी के 2 व्यक्ति और 7 मरणोपरांत पुरस्कार प्राप्त करने वाले भी शामिल हैं.
74वें गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर पद्म पुरस्कारों पाने वाली हस्तियों के नाम का ऐलान हुआ है. दिवंगत सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव, संगीतकार जाकिर हुसैन, दिवंगत दिलीप महालनोबिस एस एम कृष्णा, श्रीनिवास वर्धान और दिवंगत बालकृष्ण दोशी को पद्म विभूषण से सम्मानित किया जाएगा.
ORS के जनक को पद्म विभूषण सम्मान
पश्चिम बंगाल से तालुक्क रखने वाले पूर्व डॉ दिलीप महालनोबिस को पद्म विभूषण सम्मान से नवाजा गया है. डॉ. दिलीप वही शख्स थे जिन्होंने ORS के फॉर्मूले की खोज की थी. उन्हें ये पुरस्कार मरणोपरांत दिया जा रहा है. साल 2022 में अक्टूबर महीने में ही उनका निधन हो गया था.
पद्म श्री से इन हस्तियों को किया गया सम्मानित
इनके अलावा हीरा बाई लोबी को गुजरात में सिद्धि ट्राइब्स के बीच बच्चों के शिक्षा पर काम करने के लिए पद्म श्री से सम्मानित किया जाएगा. साथ ही पिछले 50 वर्षों से वंचित लोगों का इलाज कर रहे मुनीश्वर चंदर डावर को चिकित्सा (सस्ती स्वास्थ्य सेवा) के क्षेत्र में पद्म श्री से सम्मानित किया जाएगा.
सामाजिक कार्य (गांधीवादी) के लिए वी पी अप्पुकुट्टन पोडुवलम को पद्म श्री
हेराका धर्म के संरक्षण और संरक्षण के लिए अपना जीवन समर्पित करने वाले दीमा हसाओ के नागा सामाजिक कार्यकर्ता रामकुइवांगबे न्यूमे को सामाजिक कार्य (संस्कृति) के क्षेत्र में पद्म श्री से सम्मानित किया जाएगा. साथ ही गांधीवादी और पैय्यानूर के स्वतंत्रता सेनानी वी पी अप्पुकुट्टन पोडुवलम को सामाजिक कार्य (गांधीवादी) के क्षेत्र में पद्म श्री से सम्मानित किया जाएगा.
सामाजिक कार्य (सस्ती स्वास्थ्य सेवा) के लिए शंकुरथ्री चंद्रशेखर को चुना गया
काकीनाडा स्थित सामाजिक कार्यकर्ता शंकुरथ्री चंद्रशेखर, जिन्होंने जरूरतमंद लोगों को मुफ्त चिकित्सा और शिक्षा सेवाएं प्रदान करने के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया, उन्हें सामाजिक कार्य (सस्ती स्वास्थ्य सेवा) के क्षेत्र में पद्म श्री से सम्मानित किया जाएगा.
जहरीले सांपों को पकड़ने में माहिर
इरुला जनजाति के विशेषज्ञ सांप पकड़ने वाले विशेषज्ञ वदिवेल गोपाल और मासी सदाइयां को सामाजिक कार्य (पशु कल्याण) के क्षेत्र में पद्म श्री से सम्मानति किया जाएगा. ये लोग खतरनाक और जहरीले सांपों को पकड़ने में माहिर हैं.
जैविक खेती के लिए पद्म श्री
98 वर्षीय तुला राम उप्रेती आत्मनिर्भर छोटे किसान हैं. उन्हें अन्य (कृषि) के क्षेत्र में पद्म श्री से नवाजा जाएगा. वे पारंपरिक तरीकों का उपयोग करके जैविक खेती करते हैं. इनके अलावा अन्य (कृषि) के क्षेत्र में पद्म श्री प्राप्त करने के लिए ‘नौ-अनाज’ की पारंपरिक फसल प्रणाली को पुनर्जीवित करते हुए मंडी के जैविक किसान नेकराम शर्मा को भी पद्म श्री से सम्मानित किया जाएगा.