नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ कथित रूप से अपमानजनक टिप्पणी के मामले में असम पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए वरिष्ठ कांग्रेस नेता पवन खेड़ा को सुप्रीम कोर्ट ने बड़ी राहत दे दी. शीर्ष अदालत ने गुरुवार को दिल्ली की अदालत को कांग्रेस नेता पवन खेड़ा को अंतरिम जमानत देने का निर्देश दिया. प्रधान न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली तीन जजों की सुप्रीम कोर्ट बेंच ने कहा कि ‘दिल्ली में सक्षम मजिस्ट्रेट के सामने पेश किए जाने पर खेड़ा को अंतरिम जमानत पर रिहा कर दिया जाएगा.’
सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ ने पवन खेड़ा को गिरफ्तारी से राहत देने के साथ ही एक बड़ी नसीहत भी दी. पवन खेड़ा के मामले में सुनवाई खत्म होने के बाद उनके वकील अभिषेक मनुसिंघवी ने मीडिया से बातचीत में कहा, ‘असम पुलिस ने तय नियमों के मुताबिक इसमें गिरफ्तारी नहीं की थी. सीजेआई ने कहा कि हमने आपको पर्याप्त राहत दे दी है, लेकिन आप भी यह ख्याल रखे कि चर्चा का एक स्तर होना चाहिए.’
सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को आदेश दिया कि कांग्रेस नेता पवन खेड़ा को 28 फरवरी तक अंतरिम जमानत पर रिहा किया जाए. जस्टिस चंद्रचूड़, जस्टिस एमआर शाह और जस्टिस पीएस नरसिम्हा की बेंच ने कहा, ‘उपरोक्त आदेश मंगलवार (28 फरवरी) तक प्रभावी रहेगा.’