उत्तराखंड में बारिश का कहर जारी है। पिथौरागढ़ के धारचूला में काली नदी मंगलवार को उफान पर आ गई। नदी के बढ़े जलस्तर ने सीमांत में कहर बरपाना शुरू कर दिया है। ग्राम सभा रथी के खोतिला निवासी हसरत कुरैशी तथा शहादत कुरैशी दो भाइयों का मकान काली के तेज बहाव में बह गया। स्थानीय ग्रामीणों ने मकान से आनन-फानन में कुछ जरूरी सामग्री निकाली। कनिष्ठ प्रमुख भूपाल बहादुर ने बताया कि लगातार हो रहे भू-कटाव से गांव के अन्य मकान भी खतरे की जद में आ गए हैं। कलापानी में बारिश के बाद मलबा आने से बड़ी संख्या में बकरियां मलबे में दब गई हैं। स्थानीय बृजेश होतियाल ने बताया की देर रात कालापानी के मंदिर के पार ऊपर से आ रहे नाले में अचानक पानी बढ़ गया। इससे सात लोगों की बकरियां मलबे में दब गईं। बकरी पालक बाल-बाल बचे।चीन सीमा के गांवों को जोड़ने वाली सड़क भारी भूस्खलन से एक बार फिर बंद हो गई है। इसके चलते उच्च हिमालयी क्षेत्र के लिए जाने वाले लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। सड़क के मंगलवार तक खुलने की संभावना जताई जा रही है।
Gaurav Sati
Editor