मध्यप्रदेश में भाजपा ने इस बार विधानसभा चुनाव को लेकर बदली हुई तकनीक के साथ आक्रामक अंदाज और फ्रंट फुट पर खेलने की रणनीति अपना ली है। एक तरफ जन आर्शीवाद यात्रा के जरिए सभी 230 सीटों पर माहौल बनाया जा रहा है। जबकि दूसरी तरफ चुनाव से पहले ही स्टार प्रचारकों की फौज मैदान में उतारकर विपक्ष पर दबाव बनाने की रणनीति पर काम किया जा रहा है। 14 से 25 सितंबर के बीच पीएम के तीन बड़े कार्यक्रम निर्धारित होने हैं। जबकि कई केंद्रीय मंत्री और राज्यों क सीएम प्रदेश में घूमते हुए नजर आ रहे हैं।
भाजपा के विश्वस्त सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार गोवा के सीएम प्रमोद सावंत तीन से मध्यप्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में घूम रहे हैं। आने वाले दिनों में उनके और भी दौरे तय किए जाएंगे। जबकि उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ, उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी, असम के सीएम हिमंता बिस्वा शर्मा, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, राजनाथ सिंह, अनुराग ठाकुर, पीयूष गोयल सहित अन्य नेताओं के कार्यक्रम चुनाव की घोषणा से पहले ही बन गए हैं। इसके अलावा मनोज तिवारी, रवि किशन और अन्य फिल्मी कलाकार भी प्रदेश में जल्द ही सभा करते हुए नजर आएंगे। भाजपा ने अपनी पारंपरिक चुनाव जन आशीर्वाद यात्रा में इस बार नए प्रयोग किए हैं। पार्टी का प्रयास है कि आचार संहिता लागू होने के पहले ही बड़े नेता और स्टार प्रचारकों सहित राष्ट्रीय नेताओं ने दौरे सभी अंचलों में करा लिए जाएं। इससे पार्टी को फायदा मिलेगा। पार्टी के एक सांसद अमर उजाला से चर्चा में कहते हैं कि जन आर्शिवाद यात्रा में इस बार एक चेहरे पर फोकस करने के बजाए अनेक नेताओं के बीच विकेंद्रित किया है। यह यात्रा पहले सीएम चौहान निकालते थे। चारों यात्राओं का समय 17 से 18 दिन कर दिया गया है। इसमें सीएम चौहान के अलावा केंद्रीय मंत्री तोमर, अश्विनी वैष्णव, प्रहलाद पटेल, वीरेंद्र खटीक समेत अन्य नेताओं की सभाएं चल रही हैं।
सांसद ने बताया कि पार्टी की प्लानिंग है कि आचार संहिता से पहले प्रचार का एक दौर पूरा हो जाएगा। 4 यात्राओं को शुरू हुए करीब 10 दिन होने को आए हैं। सभी जगह अच्छा रिस्पांस मिल रहा है। लेकिन लोगों की भीड़ को जोड़े रखने के लिए पार्टी ने स्थानीय नेताओं के साथ-साथ केंद्रीय मंत्री और दूसरे राज्यों के सीएम को भी मैदान में उतारा है। राष्ट्रीय स्तर के नेताओं के आने से कार्यकर्ताओं में उत्साह तो आता ही है, साथ ही सभा में भीड़ भी जुट जाती है। हमारी प्लानिंग है कि एक दौर पूरा होने के बाद जल्द से दूसरा दौर शुरू हो। इसमें आए दिन बड़े नेताओं की सभा होगी। हालांकि कौन नेता कहां जाएगा, इसकी योजना बनाई जा रही है।