अगरतला, आईएएनएस। त्रिपुरा में विधानसभा चुनाव नजदीक है। इस बीच, राज्य में सत्तारूढ़ भाजपा को लगातार झटके लग रहे हैं। पार्टी के एक और प्रमुख चेहरे, विधायक दीबा चंद्र हरंगखावली ने बुधवार को त्रिपुरा विधानसभा से इस्तीफा दे दिया। अनुभवी आदिवासी नेता दीबा चंद्र ने त्रिपुरा के उनाकोटी जिले में करंचरा विधानसभा सीट से भाजपा के टिकट पर जीत हासिल की थी।
विधानसभा सचिव को सौंपा इस्तीफा
पूर्व विधायक आशीष कुमार साहा सहित कई कांग्रेस नेताओं के साथ दीबा चंद्र ने भी अपना त्याग पत्र राज्य विधानसभा सचिव बिष्णु पाडा कर्मकार को सौंप दिया क्योंकि अध्यक्ष रतन चक्रवर्ती त्रिपुरा से बाहर हैं। हालांकि, विधानसभा अध्यक्ष के वापस आने के बाद ही दीबा चंद्र का इस्तीफा स्वीकार होगा।
व्यक्तिगत कारणों से छोड़ी सदस्यता
1988 के बाद से चार बार राज्य विधानसभा के लिए चुने गए दीबा चंद्र ने अपना त्याग पत्र सौंपने के बाद मीडिया को बताया कि उन्होंने व्यक्तिगत कारणों से पार्टी व विधानसभा की सदस्यता छोड़ी है। उन्होंने कहा कि वह जल्द ही अपने अगले कदम के बारे में जानकारी देंगे। बता दें कि आदिवासी नेता बीजेपी से कांग्रेस विधायक बने व पूर्व मंत्री सुदीप रॉय बर्मन के करीबी हैं।
इन नेताओं ने भी छोड़ा पार्टी का साथ
इससे पहले बीजेपी विधायक बरबा मोहन त्रिपुरा, आशीष दास, सुदीप रॉय बर्मन और आशीष कुमार साहा के अलावा आईपीएफटी के विधायक मेवार कुमार जमातिया, बृषकेतु देबबर्मा और धनंजय त्रिपुरा ने भी सत्ताधारी दलों व सरकार के साथ मतभेदों के कारण पार्टी और विधानसभा छोड़ दी थी। दास पिछले साल तृणमूल कांग्रेस में शामिल हुए थे लेकिन इस साल मई में इसे छोड़ दिया, जबकि रॉय बर्मन और साहा इस साल फरवरी में कांग्रेस में शामिल हो गए। बरबा मोहन और आईपीएफटी के तीन विधायक प्रभावशाली आदिवासी आधारित पार्टी प्रोग्रेसिव रीजनल एलायंस (टीआईपीआरए) में चले गए। त्रिपुरा, मेघालय और नागालैंड में फरवरी 2023 में विधानसभा चुनाव होने की उम्मीद है।