नई दिल्ली. दिल्ली विधानसभा का बजट सत्र शुक्रवार को हंगामे के साथ शुरू हुआ और सदन में उपराज्यपाल वी के सक्सेना के संबोधन के दौरान सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (आप) और विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायकों ने एक-दूसरे के खिलाफ नारेबाजी की. भाजपा विधायकों ने अब रद्द की जा चुकी दिल्ली आबकारी नीति 2021-22 के निर्माण और कार्यान्वयन में कथित भ्रष्टाचार को लेकर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के इस्तीफे की मांग की.
वहीं, ‘आप’ विधायकों ने उपराज्यपाल का संबोधन शुरू होते ही भाजपा के खिलाफ नारे लगाए. हंगामे के चलते विधानसभा अध्यक्ष राम निवास गोयल ने मार्शलों को भाजपा के तीन विधायकों को सदन से बाहर ले जाने का आदेश दिया. इसके बाद उपराज्यपाल का संबोधन दोबारा शुरू हुआ.
दूसरी ओर, अधिकारियों ने बताया कि कर राजस्व में बढ़ोतरी के साथ 2023-24 के लिए दिल्ली सरकार का आगामी विधानसभा सत्र में पेश किया जाने वाला बजट परिव्यय करीब 80,000 करोड़ रुपये हो सकता है. उन्होंने बताया कि चालू और अगले वित्त वर्ष में सरकार का कर संग्रह अनुमान के मुताबिक ही रहने की उम्मीद है.