नई दिल्ली: आईबीए विश्व चैंपियनशिप 2023 इस साल 1 मई से 14 मई तक उज्बेकिस्तान के ताशकंद में आयोजित की जाएगी. इसमें चौकाने वाली बात यह है कि इंडियन बॉक्सिंग स्टार एमसी मैरीकॉम इसका हिस्सा नहीं होंगी. लेकिन उन्होंने अन्य प्रतिभागियों को इसके लिए शुभकामनाएं दी हैं.छह बार की विश्व चैंपियन महिला मुक्केबाज मैरीकॉम ने ऐलान किया है कि वह IBA महिला विश्व चैंपियनशिप 2023 में नहीं खेलेंगी. इस बात से उनके फैंस में मायूसी छा गई है. चोटिल होने की वजह से मैरीकॉम ने कहा, मैं इस टूर्नामेंट में भाग नहीं ले पाऊंगी. इसकी वजह उन्होंने खुद को चोट लगना बताई है. 40 साल की मैरीकॉम ने कुल 8 पदक जीतने के बाद इसमें भाग लेने से मना कर दिया है. उन्होंने चोट कैसे लगी इसके बारे में नहीं बताया है. लेकिन, उन्होंने कहा कि वे जल्द ही फिट होने की उम्मीद कर रही हैं.
मैरीकॉम (Mary Kom) ने कहा कि वे जल्द ही ठीक होने की कोशिश कर रही हैं. इसके साथ ही उन्होंने प्रतिभागियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि इस चैंपियनशिप से और अधिक चैंपियन मिल सकते हैं. मैरीकॉम को पिछले साल भी बर्मिंघम कॉमनवेल्थ गेम्स से बाहर होना पड़ा था. उनके घुटने में चोट लगने की वजह से उन्हें चयन ट्रायल से किनारा करना पड़ा था. 48 किग्रा सेमीफाइनल के शुरुआती दौर में कुछ मिनटों में उनका लेफ्ट घुटना मुड़ गया था. बाउट के पहले ही राउंड में मैरीकॉम एक मुक्के से बचने की कोशिश में कैनवस पर गिर गई थीं.
Kolkata, West Bengal | I will not be able to participate in IBA Women's World Championship 2023 due to injury. I am trying to recover soon. I hope we can get more champions from this championship. I wish all the best to the participants: Indian boxing star Mary Kom pic.twitter.com/nHUOvU9AzB
— ANI (@ANI) January 8, 2023
महान भारतीय एथलीटों में से एक मैरीकॉम विश्व चैंपियनशिप के इतिहास में सबसे सफल मुक्केबाज हैं. वह पहली सात विश्व चैंपियनशिप में से प्रत्येक में पदक जीतने वाली एकमात्र महिला मुक्केबाज हैं. आठ विश्व चैंपियनशिप पदक जीतने वाली एकमात्र मुक्केबाज (पुरुष या महिला) हैं. मैरी दक्षिण कोरिया के इंचियोन में 2014 में एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला मुक्केबाज बनीं और 2018 राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण जीतने वाली पहली भारतीय महिला मुक्केबाज हैं. उन्होंने 2012 लंदन ओलंपिक में कांस्य पदक भी जीता था.