उत्तराखंड में मॉनसूनी सीजन खत्म होने के बाद चिनूक हेलीकॉप्टर ने भी धाम में निर्माण सामग्री पहुंचाना शुरू कर दिया है। इसको लेकर मंगलवार को चिनूक ने ट्रायल लैंडिंग की। धाम में दूसरे चरण के निर्माण कार्य चल रहे हैं, जिनको समय पर पूरा किया जाना जरूरी है। दूसरे चरण के कार्यों के लिए दिसंबर माह तक का समय निर्धारित किया गया है। धाम में 800 मजदूर दिन और रात की शिफ्ट में निर्माण कार्य में जुटे हुए हैं।
आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट के तहत केदारनाथ धाम में दूसरे चरण के पुनर्निर्माण कार्य चल रहा है। धाम में पुनर्निर्माण कार्यों में जुटी कंपनियों को मॉनूसन सीजन में कार्य करने में बहुत सारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। अब मौसम साफ है और धाम में हर दिन चटक धूप खिल रही है. ऐसे में पुनर्निर्माण कार्यों में तेजी लाने को लेकर चिनूक ने मंगलवार को ट्रायल लैंडिंग ली। बुधवार से विधिवत तरीके से चिनूक पुनर्निर्माण सामग्री को केदारनाथ धाम पहुंचाएगा। आपदा से प्रभावित केदारनाथ धाम में 2018 से पीएम मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट के तहत पुनर्निर्माण कार्य चल रहे हैं। तीन चरणों में होने वाले कार्यों में पहले चरण में मंदिर परिसर व मंदिर मार्ग का विस्तार और आदि गुरु शंकराचार्य समाधि स्थल का पुनर्निर्माण पूरा हो चुका है। नवंबर 2021 से दूसरे चरण के कार्य चल रहे हैं। इन निर्माण कार्यों से जुड़ी 500 टन से अधिक निर्माण सामग्री चिनूक हेलीकॉप्टर से धाम पहुंचाई जा चुकी है। मॉनसून की रफ्तार थमने के साथ ही केदारनाथ में पुनर्निर्माण कार्यों ने जोर पकड़ लिया है। धाम में 800 मजदूर दिन और रात की शिफ्ट में निर्माण कार्य में जुटे हुए हैं। इस वर्ष दिसंबर माह तक दूसरे चरण के कार्य पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। तीसरे चरण में अनुबंध के तहत तीर्थपुरोहित और हक-हकूकधारियों के भवन मास्टर प्लान के तहत बनाए जाने हैं। साथ ही अन्य यात्री सुविधाओं को विकसित किया जाएगा। दूसरे चरण के पुनर्निर्माण कार्यों को पूरा करने के लिए मजदूर दिन-रात जुटे हुए हैं। साथ ही धाम में भारी भरकम सामान को चिनूक के माध्यम से पहुंचाया जा रहा है। डीएम डॉ सौरभ गहरवार ने बताया कि मॉनसून सीजन खत्म हो गया है और केदारनाथ धाम में मौसम साफ है। ऐसे में पुनर्निर्माण कार्यों को भी तेजी से करने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही चिनूक हेलीकॉप्टर की मदद से धाम में भारी निर्माण सामग्री को भी पहुंचाया जा रहा है।