अल्मोड़ा के रानीखेत तहसील में स्थित चौबटिया गार्डन को हार्टी टूरिज्म के रूप में विकसित किया जाएगा। प्रदेश के कृषि एवं सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने रानीखेत के पास स्थित चौबटिया गार्डन का निरीक्षण करते हुए अधिकारियों से यहां उगाई जा रही सेब की विभिन्न प्रजातियों के बारे में जानकारी ली। वहीं कहा कि आने वाले समय में हम सेब उत्पादन में हिमाचल एवं कश्मीर की बराबरी में होंगे। कृषि मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि चौबटिया सेब बागान को हार्टी टूरिज्म के रूप में विकसित किया जाएगा। इससे यहां पर्यटन की संभावनाओं को और अधिक बढ़ावा दिया जा सकेगा। वहीं उद्यान की आय भी बढ़ेगी। गणेश जोसी ने कहा कि चौबटिया गार्डन का अपना एक अलग इतिहास है। इसका अपना एक रिसर्च सेंटर भी है. लोगों ने यहां शोध कर अन्य प्रदेशों में यहां की तकनीक को अपनाया ताकि वह उद्यान क्षेत्र में आगे बढ़ सकें। जोशी ने कहा कि इस उद्यान को किस तरह से विकसित किया जा सके इसके लिए अधिकारियों के साथ वार्ता की जा रही है। बागान को विकसित किए जाने के लिए कार्य योजना के बारे में मंत्री ने विस्तापूर्वक जानकारी ली। उन्होंने बागान में लगाए जा रहे नई प्रजाति के पेड़ जैसे सेब, पुलम, आड़ू सहित अन्य पहाड़ी पौधों के बारे में जानकारी ली। जोशी ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि इस क्षेत्र को पर्यटन के रूप में और अधिक विकसित किया जाए ताकि ज्यादा से ज्यादा पर्यटक यहां आ सकें और उद्यान विभाग की आय में वृद्धि हो सके। इस दौरान स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने मंत्री गणेश जोशी को बताया कि कैंटोनमेंट एरिया होने की वजह यहां पर्यटकों को आने व जाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। इस दिक्कत को दूर करने के लिए चौबटिया गार्डन के लिए अलग से एक लिंक मार्ग के निर्माण की आवश्यकता है। लिंक मार्ग निर्माण के लिए मंत्री ने जल्द ही संबंधित अधिकारियों के साथ वार्ता कर समाधान का आश्वासन दिया।