नई दिल्ली. मौसम विभाग (IMD) के अनुसार चक्रवात मोचा (Cyclone Mocha) तेजी से बढ़ते हुए 13 मई की शाम को खतरनाक तूफान में बदल सकता है और इससे 135 किमी प्रति घंटे रफ्तार से हवाएं चलने की आशंका है. शुक्रवार रात से ही इसका असर देखने को मिलने लगेगा. ऐसे में मौसम विभाग ने 3 दिनों का रेड अलर्ट जारी किया है. त्रिपुरा, मिजोरम, नागालैंड, असम और मणिपुर भारी बारिश की चेतावनी दी गई है. वहीं राज्य सरकारों ने सभी संबंधित अधिकारियों से जान-माल के नुकसान को रोकने के लिए सभी एहतियाती उपाय करने को कहा है.
यह बांग्लादेश- म्यांमार तट की ओर बढ़ेगा. पश्चिम बंगाल सरकार ने ऐहतियाती कदम उठाते हुए निचले और तटीय इलाकों को खाली कराते हुए लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा है. पूर्व मेदिनीपुर, दक्षिण 24 परगना जिला, सुंदरवन आदि के इलाकों में राहत सामग्री भेजी गई है. IMD भुवनेश्वर के वरिष्ठ वैज्ञानिक उमाशंकर दास ने एएनआई को बताया कि चक्रवाती तूफान ‘मोचा’ बंगाल की मध्य खाड़ी क्षेत्र से सटे दक्षिण-पूर्वी बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक बहुत ही तीव्र चक्रवाती तूफान में बदल गया है. अब यह 9 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से उत्तर दिशा की ओर बढ़ रहा है.
चक्रवात मोचा शनिवार शाम को होगा अपने चरम पर
आईएमडी ने कहा कि चक्रवात मोचा शनिवार शाम के आसपास अपनी चरम तीव्रता तक पहुंच जाएगा. इसके कॉक्स बाजार (बांग्लादेश) और क्यौकप्यू (म्यांमार) के बीच दक्षिण-पूर्व बांग्लादेश और उत्तरी म्यांमार के तटों को पार करने की संभावना है. रविवार दोपहर के आसपास सितवे (म्यांमार) के करीब होगा. ऐसी आशंका है कि चक्रवात मोचा के कारण 140-150 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलेंगी और इनकी अधिकतम गति 165 किमी प्रति घंटे तक की हो सकती है.
पूर्वोत्तर राज्यों में भीषण बारिश की संभावना
त्रिपुरा, मिजोरम, नागालैंड, मणिपुर और दक्षिणी असम में अधिकांश स्थानों पर बारिश और भारी बारिश होने की संभावना है. इससे शनिवार और रविवार को इन राज्यों में जन-जीवन पर असर पड़ सकता है. बारिश और तेज हवाओं के कारण पूर्वोत्तर के राज्यों में भूस्खलन की संभावना है. इसके साथ भारी बारिश के कारण कच्ची सड़क में कुछ दरारें, छोटे पेड़ों का उखड़ना और पेड़ों की शाखाओं का टूटना, छोटे पेड़ों को नुकसान और खड़ी फसलों को नुकसान होने की संभावना है.