इस्तांबुल. तुर्की-सीरिया में आए भयंकर भूकंप (Turkey-Syria Earthquake) के बाद अब मौत का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है. ताजा आंकड़ों के मुताबिक भूकंप की वजह से अब तक 1797 लोगों की मौत हो चुकी है. सोमवार शाम तुर्की में एक बार फिर भूकंप के झटके महसूस किए गए. इसकी तीव्रता 6.0 बताई जा रही है. तुर्की में पिछले 12 घंटों में अलग-अलग तीव्रता के 46 भूकंप के झटके महसूस किए जा चुके हैं. सीरिया में भी लगातार मौत का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है. यहां अब मरने वालों की संख्या 783 हो गई है. अमेरिका के राष्ट्रपति जो बिडेन ने भी तुर्की और सीरिया में आए भूकंप से हुई जनहानि पर दुख व्यक्त किया है. उन्होंने अपनी टीम को सभी जरूरी सहायता देने के निर्देश दिए हैं.
वहीं भूकंप की भारी तबाही झेल रहे तुर्की सीरिया की मदद के लिए भारत आगे आया है. राहत बचाव मिशन में मदद के लिए भारत से टीमें जाएंगी. बता दें कि NDRF की दो टीमें रेस्क्यू मिशन में शामिल होंगे. टीम में 100 से ज्यादा जवान शामिल होंगे. प्रधानमंत्री कार्यलय की अगुवाई में सोमवार को हुई उच्चस्तरीय बैठक में तुर्की को मदद पहुंचाने का फैसला लिया गया है.
– तुर्की में भूकंप से मरने वालों की संख्या बढ़कर 1,121 हो गई है.
– अमेरिका के राष्ट्रपति जो बिडेन ने तुर्की और सीरिया में आए भूकंप से हुई जनहानि पर दुख व्यक्त किया. उन्होंने अपनी टीम को सभी जरूरी सहायता देने के निर्देश दिए हैं.
– तुर्की के एल्बिस्तान में भूकंप से भारी तबाही.
– तुर्की के प्राकृतिक आपदा एजेंसी के प्रमुख का कहना है कि दूसरा भूकंप आफ्टरशॉक नहीं था, बल्कि एक अलग भूकंप था. उन्होंने चेतावनी दी कि नए भूकंप के तुरंत बाद उसका असर दिखने लगेगा. लोगों को क्षतिग्रस्त इमारतों को फौरन छोड़ने की सलाह दी गई है.
– सीरिया में मौत का आंकड़ा बढ़कर हुआ 560.
तुर्की में फिर महसूस किए गए भूकंप के झटके. तुर्की के डिजास्टर मैनेजमेंट यूनिट का कहना है कि 7.6 तीव्रता का भूकंप का कहारनमारश इलाके में आया है.
– भूकंप की भारी तबाही झेल रहे तुर्की सीरिया की मदद के लिए भारत आगे आया है. प्रधानमंत्री कार्यलय की अगुवाई में सोमवार को हुई उच्चस्तरीय बैठक में फैसला लिया गया कि राहत और बचाव मिशन में मदद के लिए भारत से NDRF की दो टीमें रवाना होंगी. इस टीम में 100 से ज्यादा जवान शामिल होंगे.
– रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने सोमवार को सीरिया और तुर्की को 7.8 तीव्रता के एक बड़े भूकंप के बाद मदद की पेशकश की है. जिसमें दोनों देशों में 640 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई और हजारों घायल हुए हैं. सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल-असद के साथ रूस की करीबी है और वहां रूस की सेना की तगड़ी मौजूदगी है. पुतिन के तुर्की के राष्ट्रपति तैयप एर्दोवन के साथ भी मजबूत संबंध हैं.
– दक्षिणी तुर्की में भीषण भूकंप से प्रभावित इलाकों तक पहुंचने के लिए तुर्की के रक्षा मंत्रालय ने एयर फोर्स को खोज और बचाव दलों को जल्द से जल्द मौके पर पहुंचाने के लिए एक एक एयर कॉरिडोर बनाया है. तुर्की की एयरफोर्स ने अपने विमानों को मेडिकल दल, खोज और बचाव दलों और उनके वाहनों को भूकंप से तबाह इलाकों में भेजने के लिए जुटाया है.
– तु्र्की और सीरिया में 140 से अधिक इमारतों धराशायी हो गईं हैं. भूकंप के झटके एक मिनट से अधिक समय तक जारी रहे और इसके बाद जो तबाही हुई, उसने 600 से ज्यादा लोगों को मौत की नींद सुला दिया. भूकंप से कई शहर पूरी तरह तबाह हो गए हैं.