नई दिल्ली। गुजरात शराबकाण्ड में मृतकों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। आज सुबह तक जहां 18 लोगों के मरने की खबर सामने आ रही थी वहीं अब मृतकों की संख्या 29 पहुंच चुकी है और अब भी कई लोगों की हालत नाजुक बनी हुई है। उधर इस मामले में मुख्य आरोपी समेत 14 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और मामले की जांच एसआईटी ने शुरू कर दी है। शुरुआती जांच में पता चला है कि सोमवार को बरवाला के रोजिद गांव में एक शराब भट्टी पर 9 गांव के लोग शराब पीने आए थे। शराब की जगह मिथेनॉल केमिकल का इस्तेमाल किया था। यह मिथेनॉल अहमदाबाद से लाया गया था। इधर जहरीली शराब पीने से मरने वालों का श्मशान घाट की बजाय नीचे जमीन पर ही अंतिम संस्कार कर दिया गया। सबसे ज्यादा रोजिंद गांव में 9 लोगों के शव का अंतिम संस्कार किया गया है। जहरीली शराब से रोजिंद के अलावा रेस, चौकड़ी, धंधुका, नभोई, रणपरी, पोलरपुर और चौरागा में मातम है। वहीं इस मामले में जिले के प्रभारी मंत्री वीनू मरोदिया ने कहा कि ये घटना दुखद और शर्मनाक है। हम इसकी जांच करेंगे कि शराबबंदी के बावजूद राज्य में शराब कैसे और कौन बेच रहा है? दोषी पुलिस अधिकारियों पर भी कार्रवाई करेंगे।
उधर इस शराबकाण्ड से सियासत भी गरमाती जा रही है, आज जहां दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने सवाल उठाए थे वहीं अब कांग्रेस नेता शक्ति सिंह गोहिल ने सरकार पर सवाल उठाते हुए पूछा है कि शराबबंदी वाले गुजरात में जहरीली शराब कैसे मिला? कहा कि सरकार ने डीएसपी को जांच की जिम्मेदारी दी है। पुलिस की भूमिका खुद संदिग्ध है। ऐसे में जांच कैसे सही हो पाएगा।
Gaurav Sati
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